The Fact About पारद शिवलिंग प्राइस That No One Is Suggesting

- व्यक्ति समस्त सुखों का भोग करता हुआ शिवलोक तक जाता है. शिवलिंग की महत्वपूर्ण बातें क्या हैं और क्या है इसकी स्थापना के नियम ?

ग्रंथों में बताया गया है कि पारद स्वयं सिद्ध धातु होती है। इसका वर्णन चरक संहिता समेत कई पुराणों में मिलता है।

पुराणात अशी मान्यता आहे की जाते की जिथे पारद शिवलिंगाची पूजा केली जाते, तिथे भगवान शिव वास करतात. यामुळेच पारद शिवलिंगाची पूजा करणाऱ्या भक्तावर लवकरच शिवाची कृपा होते.

सर्वश्रेष्ठ ज्योतिषियों के माध्यम से जानें मेष से मीन राशियों के दैनिक राशिफल। आज ही पढ़ें सभी राशियों के दैनिक राशिफल।

सर्वप्रथम प्रतिमा को गंगाजल एवं कच्चे दूध से नहलाएं।

- शिवलिंग की पूजा उपासना शिव पूजा में सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण होती है.

लेकिन क्या आप जानते हैं कि घर में शिवलिंग रखने के कुछ नियम हैं? इन नियमों का पालन करने पर ही आपकी पूजा फलित होती है. इस श्रावण माह में यदि आप भी महादेव का पूजन कर उन्हें प्रसन्न करना चाहते हैं तो इन नियमों के बारे में जरूर जान लें.

हालांकि पारद शि​वलिंग आसानी से नहीं मिल पाती, ऐसे में आप घर पर स्फटिक शिवलिंग या कोई अन्य शिवलिंग रख सकते हैं.

ग्रह दोष निवारण: ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, पारद शिवलिंग की पूजा से ग्रहों के नकारात्मक प्रभावों को कम किया जा सकता है।

ईश्वरीय कृपा: पारद शिवलिंग की पूजा करने से more info भगवान शिव की कृपा प्राप्त होती है, जो जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में सफलता दिलाने में सहायक होती है।

Moreover curing numerous health conditions it wards of substantial hypertension, bronchial asthma, coronary heart Ailments, and a person vital facet is, it develops intellect electrical power to achieve robust will which can be great for advancement of the two Actual physical health and thoughts.

ऐसी अद्भुत महिमा है पारे के शिवलिंग की। आप भी इसे अपने घर में स्थापित कर घर में समस्त दोषों से मुक्त हो सकते हैं। लेकिन ध्यान अवश्य रहे कि साथ में शिव परिवार को भी रख कर पूजन करें।

पूजा के बाद इन शिवलिंगों की देखभाल कैसे करें?

स्थापना से पूर्व जगह को सही से साफ़-सफाई कर उसपर गंगाजल का छिड़काव करते हुए पवित्र करें।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *